14 जुलाई 2025 - 17:09
क्रोध और बुद्धि

..... वह अपनी अक़्लो खिरद का भी मालिक नहीं होता। 

:قال الامام الصادق علیه السلام

مَن لَم يَملِكْ غَضَبَهُ لَم يَملِكْ عَقلَهُ

الكافي: ج ۲، ص ۳۰۵، ح ۱۳

इमाम जाफ़र सादिक़ अ.स.:

जो अपने ग़ुस्से का मालिक न हो वह अपनी अक़्लो खिरद का भी मालिक नहीं होता। 

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